झारखंड में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी महागठबंधन का मामला एक तरफ से सुलझता हुआ नजर आ रहा है। विधानसभा का चुनाव कांग्रेस, झाविमो और दूसरे विपक्षी दल झाविमो नेता हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लड़ेंगे। जबकि लोकसभा का चुनाव नेतृत्व कांग्रेस करेगी। 31 जनवरी को महागठबंधन की घोषणा की जायेगी। बताया गया कि दोनों चुनाव के लिए सीट शेयरिंग पर फैसला 30 जनवरी तक हो जायेगा। इसके पूर्व सभी दल अपनी-अपनी बैठक करके सीट चयनित कर अपने दलों में सहमति बना लेंगे।
रांची में गुरुवार को हेमंत सोरेन के आवास में हुई विपक्षी दलों की बैठक में इन मुद्दों पर सहमति बनी। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार, आलमगीर आलम, झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी, डॉ सबा अहमद, झामुमो के चंपई सोरेन, दशरथ गागराई, राजद के अन्नपूर्णा देवी, संजय सिंह यादव, मनोज भुईंया, सीपीएम के गोपीकांत बख्शी, सीपीआई के भुनेश्वर प्रसाद मेहता, केडी सिंह, माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद, मासस के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद महतो व अन्य उपस्थित थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने कहा कि हेमंत सोरेन पर सभी दल एकमत हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी झामुमो है। कांग्रेस को कई प्रक्रियाओं से गुजरनी पड़ती है। कांग्रेस प्रभारी एवं सह प्रभारी के साथ बैठक होगी। जिस पर अंतिम फैसला पार्टी के आला नेता लेंगे। मगर गठबंधन हो चुका है। सभी दल एकजुट होकर लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, इस पर सहमति बन चुकी है। दोनों चुनाव के लिए सीट शेयरिंग पर फैसला जल्द होगा। दिल्ली में इसकी घोषणा होगी. प्रभारी आरपीएन सिंह भी आयेंगे, तब एक बार फिर बैठक होगी।