जिला प्रशासन ने सोमवार को बढ़ते तनाव को देखते हुए आज शाम 6 बजे से 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया है। दो जनजातीय गांवों के बीच तनाव उस समय और बढ़ गया जब एक जनजातीय महिला की कथित हत्या के बाद उसका सिरकटा शव नदी से बरामद किया गया। अधिकारियों ने बताया कि अफवाहें रोकने, भीड़ के जुटान पर लगाम लगाने और हालात को नियंत्रित करने के लिए इंटरनेट बंदी आवश्यक थी।
यह कदम रविवार को हुई हिंसक झड़पों के बाद उठाया गया। रेखेलगुड़ा गांव के निवासियों ने कोरकुंडा थाना अंतर्गत पड़ोसी गांव एमवी-26 पर पलटवार करते हुए हमला कर दिया। 51 वर्षीय विधवा लेक पडियामी की हत्या से नाराज सैकड़ों आदिवासी पुरुष और महिलाएं पारंपरिक हथियारों से लैस होकर एमवी-26 पहुंचे और लगभग दर्जनभर घरों में तोड़फोड़ की, वाहनों को नुकसान पहुंचाया, दुकानों में लूटपाट करने के साथ चार घरों में आग लगा दी। भीड़ के बढ़ते दबाव के बीच कई ग्रामीण गांव छोड़कर भाग गए।
अधिकारियों के अनुसार, पिछले सप्ताह नदी किनारे मिला महिला का सिरकटा शव जनजातीय समुदायों में गहरा आक्रोश पैदा कर गया था। लोग तत्काल गिरफ्तारी और गायब सिर की बरामदगी की मांग कर रहे थे। शोक और संदेह ने जल्द ही हिंसा का रूप ले लिया और दोनों गांवों के बीच टकराव शुरू हो गया।
प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कार्रवाई की। ओडिशा पुलिस और सीमा सुरक्षा बल के अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया, साथ ही ओडिशा फायर सर्विस और ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स के कर्मियों को भी लगाया गया। दक्षिण-पश्चिम रेंज के डीआईजी कंवर विशाल सिंह, मलकानगिरी कलेक्टर सोमेश कुमार उपाध्याय और एसपी विनोध पाटिल एच सहित वरिष्ठ अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर दोनों पक्षों के साथ शांति समिति की बैठक आयोजित की।
पुलिस ने घटना के संबंध में दो लोगों को हिरासत में लिया है, हालांकि अधिकारियों ने बताया कि एमवी-26 के कई निवासी गांव छोड़कर चले गए हैं। क्षेत्र में किसी भी संभावित हिंसा को रोकने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात हैं।