केवल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ही पूरे देशभर में राष्ट्रगान की धुन गूंजती है, जबकि इसके दूसरे दिन यह समाप्त हो जाता है। लेकिन ओडिशा में एक ऐसा भी इलाका है जहां केवल स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्र दिवस पर ही राष्ट्रगान या राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया जाता, बल्कि 365 दिन यहां के लोग राष्ट्रगान के साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। यह खबर ओडिशा राज्य के देवगढ़ जिले के रियामाल ब्लॉक के एक किसान बहुल गांव से मिली है। इस गांव की कहानी बहुत ही अनोखी है। इस गांव के किसान खुद जंगलों की सुरक्षा करते हैं। स्वच्छ भारत योजना के तहत सबसे स्वच्छ गांव की सूची में इस गांव ने अपना नाम दर्ज किया है। प्रत्येक दिन तड़के सुबह गांव के एक आम मंडप के समक्ष लोग इकट्ठा होते हैं। जहां जंगल सुरक्षा समिति के सदस्य घंटा बजाकर लोगों की सूचना देते हैं।
हर दिन सुबह घंटा के जरिए राष्ट्रगान बजाया जाता है। इसे सुनते ही जो जहां कहीं भी रहता है वह सीधा खड़ा हो जाता है। इस गांव के लोगों ने चंदा इकट्ठा कर माइक खरीदा है। इन लोगों ने 15 हजार रूपये की लागत से महात्मा गांधी और तीन बंदर की मूर्तियों का निर्माण किया है। गांधी का सपना स्वच्छ भारत को अपना कर इन लोगों के मन में देश के प्रति प्यार और समर्पण है।