लोगों के रहने के लिए भुवनेश्वर ओडिशा का अव्वल शहर

  • Aug 14, 2018
Khabar East:Bhubaneswar-Odishas-top-city-to-live-for-people
भुवनेश्वर, 14 अगस्तः

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर पूरे प्रदेश में रिहायश के लिए सबसे बेहतरीन स्थान है। केंद्रीय आवास व शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से जारी ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स सूची के माध्यम से इसकी जानकारी दी गई है। स्मार्ट सिटी भुवनेश्वर ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को भी पिछे छोड़ दिया है। इस सर्वेक्षण में महाराष्ट्र का पुणे देशभर में रिहायश के लिए सबसे बेहतरीन शहर है। नागरिक सुविधाओं के लिहाज से देशभर के 111 शहरों के लेकर यह सर्वेक्षण किया गया है। संस्थागत सर्वेक्षण में भुवनेश्वर 25वें स्थान पर है, जबकि सामाजिक क्षेत्र में 13वां, आर्थिक क्षेत्र में 18 और वास्तविक में 19वें स्थान पर है। इसी तरह यात्री परिवहन क्षेत्र में भुवनेश्वर ने देशभर में 10वां स्थान अधिकार किया है। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में 11वां, सुरक्षा देने में 17वें स्थान पर है। ओडिशा का अन्य एक स्थान तथा दूसरा स्मार्ट सिटी राउरकेला ने 87वें स्थान पर अपना जगह बनाया है।

केंद्रीय आवास व शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सूची (ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स) जारी करते हुए बताया कि बेहतर नागरिक सुविधाओं के मामले में दूसरे स्थान पर नवी मुंबई और तीसरे नंबर पर ग्रेटर मुंबई हैं। बीते चार सालों से मिशन मोड में चल रही योजनाओं से शहरी ढांचे में बुनियादी बदलाव आया है। आज इसके आकलन के आधार पर मिले परिणाम जारी किए जा रहे हैं। इंडेक्स के आधार पर संस्थाओं व निवेशकों समेत आम लोगों के पास चयन का विकल्प रहेगा।    

दरअसल, केंद्र सरकार ने जनवरी 2018 में शहरों की सुविधाओं के आधार पर इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी। रैंकिंग में तुलनात्मक आधार पर यह पता करना था कि कौन सा शहर बेहतर है और किस शहर में सुविधाएं खराब हैं। इसमें 100 स्मार्ट शहरों के साथ 10 लाख से ऊपर की आबादी के 16 शहर शामिल किए गए। लेकिन पश्चिम बंगाल के चार शहर शामिल नहीं हुए। मानकों पर खरे न उतरने के कारण नया रायपुर व अमरावती को छोड़ दिया गया। इसमें गुरुग्राम को शामिल किया गया।

देशभर के 111 शहरों की रैंकिंग के लिए सस्थानिक (सरकार से जुड़े हुए), सामाजिक (शिक्षा, स्वास्थ्य आदि), आर्थिक व भौतिक सेवाओं की स्थिति को इस सूची का मुख्य स्तंभ बनाया गया। इन्हें आगे 15 वर्गों के 78 मानकों में बांटा गया। इसमें नागरिक सुविधाओं, छात्र-शिक्षक, डॉक्टर-मरीज अनुपात, पेयजल सप्लाई, प्रदूषण स्तर, हरित क्षेत्र, सार्वजनिक परिवहन, अपराध दर जैसे कई सारे मानक भी रखे गए।

 

  

Author Image

Khabar East