जन सुराज पार्टी समर्थक दुलारचंद यादव हत्याकांड में चुनाव आयोग ने बड़ा एक्शन लिया है। इस मामले में बाढ़ और मोकामा के तीन अधिकारियों को हटा दिया है। इसके साथ ही ग्रामीण पुलिस अधीक्षक का भी तबादला कर दिया है। भारत निर्वाचन आयोग ने 178-मोकामा विधानसभा क्षेत्र से संबंधित एसडीओ बाढ़ चंदन कुमार, एसडीपीओ बाढ़-1 राकेश कुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश दिया है, जबकि एसडीपीओ बाढ़-2 अभिषेक सिंह को निलंबित कर दिया है। वहीं, पटना के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) विक्रम सिहाग का तबादला करने का निर्देश दिया गया है।
बाढ़ एसडीओ चंदन कुमार की जगह पर 2022 बैच के आईएएस अधिकारी आशीष कुमार को भेजा गया है। इसी तरह बाढ़ के एसडीपीओ-1 राकेश कुमार को भी हटा दिया है। उनकी जगह सीआईडी के डीएसपी आनंद कुमार सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसडीपीओ-2 अभिषेक सिंह को सस्पेंड कर उनकी जगह पर एटीएस में तैनात डीएसपी आयुष श्रीवास्तव को एसडीपीओ-2 बनाया गया है।
चुनाव आयोग ने पटना के ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग को भी हटाने का आदेश जारी कर दिया है। आयोग ने बिहार के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार से रविवार दोपहर 12 बजे तक एक्शन टेकेन रिपोर्ट भी मांगी है।
इसके अलावा शनिवार की सुबह घोसवरी और भदौर थानेदारों को भी निलंबित किया गया था। इन दोनों थानों के प्रभारी अधिकारियों पर स्थानीय स्तर पर स्थिति संभालने में विफल रहने का आरोप है। मोकामा की इस घटना को लेकर आयोग की सख्ती ने प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है।
सूत्रों के अनुसार, आयोग ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि चुनावी माहौल में किसी भी प्रकार की हिंसक या आपराधिक घटना पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ताकि मतदाताओं में भय का माहौल न बने।