छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले की पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन ठग गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। बिलासपुर जिले के पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने एक अभियान चलाकर अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है। पाकिस्तानी सरगना बड़े मामू (असगर) छोटे मामू (असरफ) और सलीम मिलकर डिजिटल करेंसी की हेराफेरी कर ठगी के कारोबार को अंजाम दे रहे थे। ठगी के इस मामले के तार पाकिस्तान के अलावा सऊदी अरब और मलेशिया से भी जुड़े हुए हैं। अग्रवाल ने बताया कि भारत के अनेक राज्यों में मौजूद हैंडलर ऑनलाइन ठगी से एकत्र पैसे उन्हें भेजते थे। बिलासपुर पुलिस ने मुंबई, उड़ीसा और मध्यप्रदेश में अभियान चलाकर पांच ठगों को गिरफ्तार किया है। ठगों के पास से लैपटॉप, मोबाइल और 15 लाख रुपये नगद, अनेक एटीएम कार्ड तथा बैंक की पास बुक बरामद किए गए हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न बैंको में ठगों के खाते में 27 लाख रूपए सीज किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले के सीपत थाना क्षेत्र के अंतर्गत हरदाडीह निवासी जनक राम पटेल की इस वर्ष जनवरी माह के अंतिम सप्ताह और फरवरी माह के प्रथम सप्ताह के मध्य पाकिस्तानी मोबाइल नंबर, व्हाट्सएप कॉल और चैटिंग के माध्यम से ठगों से बातचीत हुई थी। पटेल को झांसा दिया गया कि वह जियो से मुकेश अम्बानी बोल रहे हैं और जियो के लकी ड्रा के नाम पर उनकी 25 लाख रुपये की लाटरी निकली है। अगर वह केबीसी का भाग्यशाली विजेता भी बनकर दो करोड़ रूपए की अतिरिक्त राशि जीतना चाहता है तो कुछ रकम उसे विभिन्न खातों में जमा करनी होगी।