किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा-माले ने राज्यव्यापी चक्का जाम का ऐलान किया। हालांकि ज्यादातर जगहों पर चक्का जाम बेअसर रहा। पटना में चक्का जाम का कोई असर नहीं दिखा। यहां रोज की तरह ही बिना रोक-टोक सभी गाड़ियां चलीं। आरा, बेगूसराय सहित कुछ शहरों में आंदोलन का थोड़ा-बहुत असर दिखा। पटना में गांधी मैदान के बाहर धरना दे रहे महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस बीच तेजस्वी बिना अनुमति गांधी मैदान के अंदर समर्थकों के साथ घुस गए। कोविड नियम का उल्लंघन और बिना अनुमति गांधी मैदान के अंदर घुसने के मामले में पुलिस 500 पर एफआईआर की तैयारी कर रही है।
कृषि बिल के खिलाफ गांधी मैदान के पास धरना दे रहे तेजस्वी यादव की एक तस्वीर पर जदयू के नीरज कुमार ने व्यंग्य किया है। इसमें राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद जमीन पर तो तेजस्वी कुर्सी पर बैठे दिख रहे हैं। नीरज कुमार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा है-'पिता तूल्य जगदा बाबू को अपने कदमों के नीचे बैठाकर उन्हें क्यों औकात बता रहे हैं।'
तेजस्वी यादव की अगुवाई में राजद, कांग्रेस और वामदलों के नेताओं द्वारा गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के समक्ष सुबह 10 बजे से दो घंटे के लिए सांकेतिक धरने पर बैठने का कार्यक्रम तय था, लेकिन गांधी मूर्ति के पास धरने की अनुमति नहीं मिलने के कारण ज्ञान भवन के पास चार नंबर गेट पर धरना दिया गया। इस दौरान गांधी मूर्ति पर माल्यार्पण करने तेजस्वी गांधी मैदान के अंदर चले गए। उन्होंने वहां धरने को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा, देश का पेट पालने वाले किसानों को फसल की वाजिब कीमत नहीं मिल रही है। विभागों को सरकार निजी हाथों में दे रही है, देश की संपत्ति को बेच रही है।