जाने माने फिल्मकार मनमोहन महापात्र का सोमवार को भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे। महापात्र संभवतः ओडिया फिल्म जगत के एकमात्र फिल्मकार हैं जिन्होंने क्षेत्रीय फिल्म श्रेणी में आठ बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं। हाल ही में उनकी ओडिया फिल्म ‘भीजा माटीर् स्वर्ग’ ने 30 वें राज्य फिल्म पुरस्कार में विभिन्न श्रेणियों में छह पुरस्कार जीते थे। महापात्र ने फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार भी जीता। पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट से अपना कोर्स पूरा करने के बाद 1976 में महपात्र की पहली फिल्म 'सीता राती' 1982 में एक अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में प्रदर्शित होने वाली पहली ओडिया फिल्म थी।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने महापात्र के निधन पर दुख व्यक्त किया और कहा कि ओडिया फिल्म उद्योग में उनका योगदान बहुत बड़ा है।
महपात्र के साथ अपने जुड़ाव को याद करते हुए अभिनेत्री महेशवता रे ने कहा कि यह मेरे लिए चौंकाने वाली खबर है। एक पारिवारिक मित्र होने के अलावा वह विनम्र और जमीन से जुड़े हुए रहते थे। फिल्म निर्माण की उनकी शैली काफी अनोखी थी।
अभिनेता बिजय मोहंती ने कहा कि उन्होंने (महापात्र) एक नए युग की शुरुआत की और ओडिया फिल्म उद्योग को राष्ट्रीय मंच पर रखा। सभी के साथ समान व्यवहार किया और उन्होंने आम आदमी के लिए फिल्में बनाईं।