नुआपड़ा उपचुनाव 11 नवंबर को होना है, इसलिए नक्सली गतिविधि की चिंताओं के बीच ओडिशा पुलिस ने जिले में सुरक्षा बढ़ा दी है। एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (L&O) संजय कुमार ने कहा कि पोलिंग प्रोसेस को आसान और शांतिपूर्ण बनाने के लिए जिले में सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज (सीएपीएफ) की 14 कंपनियां तैनात की गई हैं। चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर, ओडिशा डीजीपी योगेश बहादुर खुरानिया, एडीजीपी और मैंने ग्राउंड पर हालात का रिव्यू किया है। नुआपड़ा एसपी अमृतपाल सिंह को उपचुनाव के दौरान सख्त कानून-व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया गया है।
सुरक्षा चुनौतियों पर रोशनी डालते हुए कुमार ने कहा कि नुआपड़ा छत्तीसगढ़ के साथ बॉर्डर शेयर करता है, जहां इस साल की शुरुआत में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में लोग मारे गए थे।
उन्होंने आगे कहा कि इंटेलिजेंस रिपोर्ट से पता चलता है कि इलाके में नक्सली गतिविधि अभी भी बनी हुई है। हम फ्री और फेयर चुनाव पक्का करने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठा रहे हैं। संबलपुर के नॉर्दर्न रेंज के इंस्पेक्टर जनरल हिमांशु कुमार लाल को नुआपड़ा में सिक्योरिटी ऑपरेशन देखने का काम सौंपा गया है। लोकल डीआईजी के छुट्टी पर होने की वजह से, पूरा सुपरविज़न एसएपी ओडिशा, भुवनेश्वर के एडीजी-रैंक के ऑफिसर राजेश कुमार को सौंपा गया है।
जिले में कम से कम पांच पुलिस प्लाटून, 500 से ज़्यादा कांस्टेबल और होमगार्ड तैनात किए गए हैं। नुआपड़ा और उसके आसपास 14 चेक पोस्ट बनाए गए हैं, और पड़ोसी जिलों कलाहांडी, बलांगीर व बरगढ़ में भी एक्स्ट्रा पोस्ट बनाए गए हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस ने भी नुआपड़ा आने-जाने वाली गाड़ियों पर नज़र रखने के लिए बॉर्डर पर एक चेक पोस्ट बनाया है।
नुआपड़ा के एसपी अमृतपाल सिंह ने कहा कि उपचुनाव से पहले कैश, शराब और दूसरी गैर-कानूनी चीज़ों के गैर-कानूनी ट्रांसपोर्ट को रोकने के लिए सरप्राइज चेकिंग करने के लिए 18 फ्लाइंग स्क्वॉड बनाए गए हैं।
कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस शांतिपूर्ण चुनाव पक्का करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमारा फोकस वोटरों की सुरक्षा और चुनाव क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने पर है।