अवैध गांजा की खेती पर बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले के माछकुंड, लमतापुट और जलापुट इलाकों में करीब 38 एकड़ में लगे गांजा (भांग) के पौधों को नष्ट कर दिया गया। स्थानीय मजिस्ट्रेट के मार्गदर्शन में माछकुंड पुलिस, लामतापुट और कोरापुट आबकारी विभागों द्वारा संयुक्त अभियान चलाया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, करीब 53,000 गांजा के पौधे नष्ट किए गए, जिनकी अनुमानित कीमत 3 करोड़ रुपये से अधिक है।
अवैध खेती के बारे में मिली सूचना के आधार पर ऑपरेशन ग्रीन क्लीन शुरू किया गया। बालेल पंचायत के पालम गांव के पास स्थित इस जमीन पर जागरूकता की कमी के कारण किसान लंबे समय से भांग की अवैध खेती कर रहे हैं।
यह अभियान भांग की खेती से निपटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, खासकर इस क्षेत्र में, जो पहले माओवादी प्रभाव से प्रभावित था। घने जंगलों और चुनौतीपूर्ण परिदृश्य के लिए मशहूर इस इलाके में कई सालों से अवैध गतिविधियां चल रही हैं, किसान इस तरह की खेती के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता की कमी के कारण भांग उगाना जारी रखे हुए हैं। इस बीच, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।