राज्य सरकार ने विधानसभा में बताया कि समुद्री लहरों के कटाव से ओडिशा के छह तटीय जिलों के कई गांव प्रभावित हुए हैं। 1990 से 2018 के बीच समुद्री कटाव के कारण केवल केंद्रापड़ा जिले में 26 गांव, गंजाम में 14 गांव और पुरी में 6 गांव डूब गए।
वन एवं पर्यावरण मंत्री गणेश राम सिंह खुंटिया ने सदन को जानकारी दी कि सरकार ने सतभाया, कान्हुपुर, बरहीपुर (राजनगर) और मगरकांडा व रबीन्द्रल्ली (बपाटिया) के निवासियों का पुनर्वास और पुनर्स्थापन किया है। मंत्री खुंटिया यह जवाब बीजेडी विधायक रणेन्द्र प्रताप स्वाईं द्वारा पूछे गए प्रश्न पर दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि गंजाम, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रापड़ा, भद्रक और बालेश्वर जिलों की कृषि भूमि भी प्रभावित हुई है, जिसमें 140.73 हेक्टेयर उपजाऊ भूमि समुद्री कटाव से नष्ट हो चुकी है।
समस्या को कम करने के लिए सरकार तटीय क्षेत्र में मैंग्रोव वन विकसित करने की दिशा में काम कर रही है, ताकि समुद्री लहरों को रोका जा सके और तटरेखा की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।