ओडिशा हाईकोर्ट के वकील और पुलिस के बीच चले विवाद पर बुधवार को पूर्णविराम लगा है। करीब 79 दिन बाद आज वकीलों ने अपने आंदोलन को वापस लिया है। गुरूवार से वे लोग कोर्ट के काम में शामिल होंगे। इसकी जानकारी हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने दी है। एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रिकांत नायक ने कहा कि हाईकोर्ट के पास तीन पुलिस कर्मियों के क्षमा-प्रार्थना करने के बाद ही आंदोलन को वापस लिया गया। सभी वकीलों की राय लेने के बाद ही आंदोलन को वापस लिया गया। उन्होंने कहा कि गुरूवार से सभी वकील अपने-अपने काम में शामिल होंगे। साथ ही राज्य के सभी वकील संघों को कोर्ट कार्य में शामिल होने के लिए कहा गया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कंस्टेबल पर हमला किए जाने की घटना पर बार एसोसिएशन ने दुख व्यक्त किया है। इस मामले की गुरूवार को सुनवाई होगी।
दूसरी ओर कोर्टे निर्देश देते हुए कहा कि इन सभी मामलों से निपटने के लिए को समिति की गठन की जाएगी। सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में समिति का गठन किया जाएगा। इस समिति में दो वरिष्ठ वकील, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष, पुलिस डीजी और कमिश्नर शामिल रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि वकील देवी प्रसाद पटनयाक पर हमला करने के आरोप में 29 अगस्त 2018 से वकील और पुलिस के बीच विवाद पैदा हुआ था। वकील पर हमला करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए वकील संध ने कार्यबंद करते हुए आंदोलन शुरू किया था।