तीन राज्यों में भाजपा को मिली करारी हार के बाद झारखंड में चुनावी तैयारी की सुगबुगाहट तेज हो गई है। झारखंड में लोकसभा चुनाव के ठीक छह महीने बाद विधानसभा चुनाव का निर्धारित किया जाएगा। हालांकि चुनाव की तैयारी राज्य में अभी से देखने को मिल रही है।
लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव में मोदी फैक्टर का भी लाभ मिलेगा और सरकार विरोधी लहर भी कम होगा। हालांकि भाजपा ऐसी बातों को सिरे से नकार चुका है।
राज्य में भाजपा के रणनीतिकार मोदी फैक्टर को साथ रखकर ही आगे बढ़ना चाहते हैं। कारण है छत्तीसगढ़ का परिणाम। यहां मोदी को दरकिनार कर रमन सिंह के नाम पर चुनाव लड़ा गया और नतीजा यह हुआ कि भाजपा की बुरी तरह से हार हुई। जिन इलाकों में मोदी प्रचार करने पहुंचे भी वहां भी कोई बेहतर परिणाम नहीं दिखा।