पुरी जिले के निमापड़ा ब्लॉक अंतर्गत बलंगा की एक नाबालिग लड़की जो अज्ञात हमलावरों द्वारा आग लगाए जाने के बाद 70 प्रतिशत तक जल गई थी, उसे बेहतर उपचार के लिए एम्स दिल्ली ले जाया गया है। अधिकारियों ने रविवार को पुष्टि की है कि उसकी हालत अभी भी गंभीर है, लेकिन अब उसे दिल्ली ले जाने लायक स्थिति में है।
एम्स भुवनेश्वर के कार्यकारी निदेशक डॉ. आशुतोष बिस्वास ने कहा कि लड़की की हालत अब उसे दिल्ली ले जाने लायक स्थिति में है। एक विशेष उड़ान की व्यवस्था की गई है और एम्स दिल्ली को सूचित कर दिया गया है।
पीड़िता को ले जा रही एम्बुलेंस के सुगम आवागमन के लिए एम्स-भुवनेश्वर से बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था।
भुवनेश्वर के डीसीपी जगमोहन मीणा ने कहा कि हमने मरीज को तुरंत ले जाने के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया है। एम्स और हवाई अड्डे के बीच की सड़कों को साफ रखा गया है। एक विशेष काफिला मरीज को ले जा रही एम्बुलेंस के साथ गया है। पीड़िता के परिवार के सदस्य, डॉक्टर, एक विशेष एयर एम्बुलेंस में उसके साथ दिल्ली गए हैं।
यह चौंकाने वाली घटना 19 जुलाई को पुरी के बलंगा में हुई थी। परिवार के अनुसार, लड़की पर नदी के तटबंध के पास हमला किया गया, जहां बदमाशों ने कथित तौर पर उस पर पेट्रोल और मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। किसी तरह वह पास के एक घर में शरण लेने में कामयाब रही, जहां से ग्रामीणों ने उसे पिपिली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। बाद में उसकी चोटों की गंभीरता को देखते हुए उसे एम्स, भुवनेश्वर रेफर कर दिया गया।
मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है। इस दल को जांच में तेज़ी लाने और हमलावरों की पहचान करने के निर्देश दिए गए हैं। के-9 यूनिट सहित वैज्ञानिक टीमों ने घटनास्थल की तलाशी ली है, जबकि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जांच पर कड़ी नज़र रख रहे हैं।