ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने लिंगराज मंदिर के सेवक से मुलाकात की है जो बुधवार रात महाशिवरात्रि समारोह के तहत प्राचीन शिव मंदिर के ऊपर महादीप उठाते समय घायल हो गए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना बुधवार रात करीब 10:30 बजे हुई, जब सेवक महादीप के साथ मंदिर पर चढ़ते समय गिर गया। हालांकि, एक अन्य सेवक ने जल्दी से महादीप उठाया और रात 10:40 बजे सफलतापूर्वक मंदिर के ऊपर रख दिया, जिसके साथ ही दिन भर चलने वाले आध्यात्मिक कार्यक्रम का समापन हुआ।
लिंगराज मंदिर में हुई दुर्घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए सीएम ने कैपिटल अस्पताल का दौरा किया, जहां घायल सेवक का इलाज चल रहा है और उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी ली। हालांकि, सीएम माझी ने सुनिश्चित किया कि उन्हें प्राथमिकता के आधार पर अच्छा उपचार मिले। उन्होंने घायल सेवक के शीघ्र स्वस्थ होने की भी प्रार्थना की।
सीएम माझी ने ट्वीट कर कहा कि मैंने लिंगराज मंदिर जग यात्रा के दौरान दुर्घटना का शिकार हुए घायल सेवकों से मुलाकात की और कैपिटल अस्पताल में इलाज करा रहे उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। सभी घायल सेवकों को प्राथमिकता के आधार पर अच्छा इलाज मुहैया कराने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। मैं ईश्वर से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
इससे पहले दिन में सीएम माझी लिंगराज मंदिर में महाशिवरात्रि उत्सव में शामिल हुए। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार मंदिर और एकम्र क्षेत्र के आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। सीएम ने राज्य भर में सभी आध्यात्मिक स्थलों को उन्नत और विकसित करने की योजना की भी घोषणा की।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से आवश्यक अनुमति मिलने के बाद मंदिर परिसर में एक स्थायी मंडप का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भगवान लिंगराज के विकास कार्यों के लिए धन की कमी नहीं होगी।