झारखंड के 88 एनजीओ पर आज सीआईडी की टीम ने छापा मारा है। विदेशी फंडिंग के मामला में छापेमारी की गई है। इस दौरान जांच एजेंसी ने कई कागजात जब्त किए हैं। बीते कई महीनों से एनजीओ पर विदेशी फंडिंग के गलत इस्तेमाल के आरोप लगते आ रहे हैं। एनजीओ पर हुई छापेमारी को लेकर सत्तारूढ दल बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि यह रुटीन जांच है। सर्वे किया जा रहा है। जहां आवश्यकता होगी, छापेमारी भी होगी। उन्होंने विदेशी फंडिंग के गलत इस्तेमाल की बात सामने आने की बात कही। ज्ञात हो कि झारखंड पुलिस के अपराध जांच विभाग ने 2013 से तीन साल के भीतर में कुल 265 करोड़ रुपये की निधि प्राप्त करने वाले 88 गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) को नोटिस दिया था। एनजीओ से पूछा गया था कि क्या वे प्रासंगिक कानून के तहत पंजीकृत है या नहीं, साथ ही उनके पदाधिकारियों का विवरण, विदेश सहित धन का स्रोत और बीते पांच साल के खर्च व आय का विवरण व अन्य जानकारियां मांगी गई हैं। इन एनजीओ ने 265 करोड़ रुपये की राशि 2013 से 2016 के बीच प्राप्त की है, जिसके बाद विशेष (खुफिया) शाखा ने 2016 में आशंका जाहिर की थी कि विदेशी धन का दुरूपयोग राज्य में धार्मिक परिवर्तन के लिए किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, 'मंत्रालय को विदेश से धन प्राप्त करने वाले इन एनजीओ के खिलाफ एक शिकायत मिली है। इन एनजीओ ने कथित तौर पर वार्षिक आयकर दाखिल नहीं किया और इन्होंने अपने आय व खर्च के स्रोत को छिपाया।