छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर के गार्बेज कैफे की शुरुआत हुई है। यह अपने आप में देश का पहला ऐसा कैफे है, जो प्लास्टिक कचरे के बदले में लोगों को नाश्ता और खाना मुहैया कराएगा। नगर निगम की शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने की यह पहल है। सफाई के मामले में इंदौर के बाद दूसरे नंबर पर अंबिकापुर का नाम आता है। शहर के प्रतीक्षा बस स्टैंड पर खुले गार्बेज कैफे का प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बुधवार को उद्घाटन किया। इस दौरान पहले ही दिन पांच लोग प्लास्टिक कचरा लेकर कैफे पहुंच गए। इन सभी ने स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के साथ गार्बेज कैफे में भोजन भी किया। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि वह भोजन की क्वॉलिटी चेक करना चाहते थे, जो काफी अच्छी है। उन्होंने इसे नगर निगम की बेहद सराहनीय पहल बताया। साथ ही कहा कि इससे पूरे देश को एक संदेश जाएगा। कैफै में एक किलो प्लास्टिक लाने पर खाना दिया जाएगा। वहीं, आधा किलो प्लास्टिक लाने पर नाश्ता कराया जाएगा। नाश्ते में समोसा, आलू चाप, ब्रेड चाप, इडली मिलेगी। एक किलो प्लास्टिक के बदले में दो सब्जी, 4 रोटी, हाफ प्लेट चावल, दाल, सलाद, अचार, पापड़, मीठा दही दिया जाएगा।