आईएआरआई से होगा झारखंड में कृषि का विकासः केन्द्रीय कृषि मंत्री

  • Oct 22, 2018
Khabar East:IARI-to-develop-agriculture-in-Jharkhand-Union-Agriculture-Minister
रांची, 22 अक्टूबरः

राज्य के किसानों की आय को बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से कई ठोस पहल की गई है। जिसके तहत हजारीबाग में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) की स्थापना की गई है। इससे किसानों की आय दोगुनी होगी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने उक्त बाते कही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को कृषि की उच्च तकनीकी शिक्षा देने के लिए हजारीबाग में आईएआरआई की स्थापना की गई है, जिसमें फसलों के अलावा पशुपालन और मत्स्यपालन पर अनुसंधान किया जाएगा। इस संस्थान से प्रशिक्षित युवक किसानों को नई तकनीक से खेती के लिए प्रेरित करेंगे। 

रांची के प्लांडू में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का केन्द्र खोला गया है। इस केन्द्र में खेती की विधियों, सिंचाई और उर्वरकों पर अनुसंधान किया जा रहा है, जिसका लाभ पूर्वोत्तर के राज्यों झारखंड, बिहार और असम के किसानों को मिलेगा। इसी तरह रांची में संचालित राष्ट्रीय कृषि अनुवांशिकी ब्यूरो में देशी किस्म की फसलों के संरक्षण का काम किया जा रहा है। ब्यूरो में फसलों की गुण-दोष की व्याख्या कर उनमें अनुवांशिक सुधार किया जाता है। रांची के राष्ट्रीय प्राकृतिक राल एवं गोंद अनुसंधान संस्थान में नई-नई तकनीकें विकसित की जा रही हैं। हाल में भारतीय कृषि जैव प्रोद्योगकी संस्थान की स्थापना की गई है, जो विभिन्न फसलों की अनुवांशिक संरचना का अध्ययन करेगा। साथ ही उत्पादकता में सुधार लाने के लिए बायोटेक्नोलॉजी का उपयोग कर सरल वैज्ञानिक विधियों की खोज करेगा। संस्थान में फोटीफाइड (विशेष गुणों वाली किस्में) का विकास किया जाएगा।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि बिरसा कृषि विश्वविद्यालय न केवल देश बल्कि विश्व का जानामाना विश्वविद्यालय है, जिसे राष्ट्रीय स्तर की संस्थानों और एआईसीआरपी परियोजनाओं से वित्तीय सहायता प्राप्त हो रही है। इन परियोजनाओं के माध्यम से पशुओं, मछली एवं सब्जियों पर अनुसंधान किया जा रहा है।  

 

Author Image

Khabar East