झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने भाजपा में पार्टी के विलय के सवाल को सीधे तौर पर खारिज करते हुए कहा कि वे चर्चाओं पर कोई बात नहीं करते हैं। फिलहाल दूर-दूर तक ऐसी कोई संभावना नहीं है। लेकिन कल क्या होगा, यह कोई नहीं जानता है। राजधनवार व अपने पैतृक आवास कोदईबांक तिसरी में पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने उक्त बातें कही। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झाविमो को उन्होंने 14 सालों तक सींचकर खड़ा किया है। ऐसे में किसी दल में इसे विलय कर वे अस्तित्व समाप्त कदापि नहीं कर सकते हैं। यह एक नई बात है और सिर्फ अफवाह है। इस तरह की चर्चा पहले भी कई बार हो चुकी है। अभी वे कहीं नहीं जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम के बाद उनका बाहर जाने का कार्यक्रम पहले से तय था, अब लौटा हूं तो कार्यकर्ताओं से मिलने क्षेत्र में आया हूं। क्षेत्र की जनता व कार्यकर्ता से मुलाकात करना उनकी पहली प्राथमिकता है।बार-बार पूछने पर बाबूलाल मरांडी ने यही कहा कि आकलन तो मीडिया लगा रही है, राजनीतिक धुंध कहीं नहीं है। वार्ता के क्रम में उन्होंने कहा कि महागठबंधन को समर्थन दिया हूं, इसका दुःख उन्हें नहीं है। लेकिन अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार हेमंत सरकार नहीं कर पा रही है, यह दु:खद पहलू है। काफी समय गुजर गया है। अगर अभी से ही हेमंत सरकार की ये स्थिति है तो आने वाला कल क्या होगा। अब तक तो मंत्रिमंडल का गठन कर विकास कार्य शुरू हो जाना चाहिए था। लेकिन सरकार बनने के एक माह होने को है, एक कदम भी सरकार नहीं चल पाई है। उल्टे राज्य के सारे कोषागार से किसी तरह के भुगतान पर रोक लगा दिया गया है।