सड़क से सदन तक गूंजेगा धान खरीदी का मुद्दा, सरकार से श्वेत पत्र की मांग के साथ ही जिलों में प्रदर्शन का बीजेपी का ऐलान

  • Feb 20, 2020
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रायपुर. 20 फरवरी

धान खरीदी को लेकर किसानों के प्रदर्शन और केशकाल में लाठी चार्ज के बाद भाजपा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोमवार से बजट सत्र की शुरुआत को देखते हुए बीजेपी ने सड़क से सदन तक हमला करने की रणनीति तैयार की है। पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने विधानसभा के अंदर इस मुद्दे को जोर शोर से उठाने के साथ ही 22 फरवरी को सरकार के खिलाफ प्रदेश के सभी जिलों में प्रदर्शन का ऐलान किया है। गुरुवार को रमन सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पाण्डेय और प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी, बृजमोहन अग्रवाल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल अनुसुईया उइके को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान बीजेपी ने धान खरीदी के मुद्दे पर सरकार से श्वेत पत्र जारी करने और धान खरीदी की तिथि 15 दिन बढ़ाने की मांग की। हालांकि सरकार ने खरीदी बंद करने का फैसला कर लिया है। इस मुद्दे पर सदन में सरकार को घेरने के ऐलान के बाद बजट सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। 24 को राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भी भाजपा विधायक हंगामा कर सकते हैं।

लाठियां नहीं चलीं तो क्या किसानों ने खुद सर फोड़ लिए : रमन

राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के बाद डा. सिंह ने कहा कि धान बेचने जा रहे किसानों पर लाठियां चलाई जा रही हैं। कांकेर के केशकाल में लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर लाठीचार्ज किया गया। धान खरीदी को लेकर किसान परेशान हैं और मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव अमेरिका घूम रहे हैं। प्रदेश में ऐसा कोई जिम्मेदार नहीं है जिससे बात की जाए। उन्होंने कहा कि 22 को प्रदेश भर में जिला स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं विधानसभा में भी इसे उठाएंगे। सरकार पर तंज कसते हुए रमन ने कहा कि सत्ता में आने के बाद कांग्रेस की सरकार गंगाजल हाथ में लेकर किए गए अपने तमाम वादों से मुकर गई। उन्होंने कहा कि सरकार बड़े-बड़े वादे कर सत्तासीन हुई थी। ऐसा लगता है ये सभी वादे कांग्रेस भूल गई है। 

धान खरीदी अघोषित रूप से बंद की गई : किसान मोर्चा

केशकाल लाठीचार्ज मामले में भाजपा ने किसान मोर्चा के नेताओं के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई थी। किसान मोर्चा के पदाधिकारी संदीप शर्मा ने बीजेपी कार्यालय में मीडिया को बताया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट आ गई है। शर्मा ने बताया कि कोंडागांव जिले के सभी किसान फरसगांव में एकत्र हुए थे। किसान चोटिल थे। किसानाेंं ने बताया कि 17 तारीख को हमने धान खरीदी के लिए चक्का जाम किया था। प्रशासन ने सभी 44 खरीदी केंद्रों पर बारदाने की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया था, लेकिन दूसरे दिन भी कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। कोई किसानों की बात सुनने को तैयार नहीं था। इसके बाद सभी किसान और बीजेपी के केशकाल के नेताओं ने चक्का जाम किया। जिले का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी वहां नहीं पहुंचा। बाद में वहां पर किसानों को घेरकर पुलिस प्रशासन की तरफ से लाठी चार्ज किया गया। इस अवसर पर रमन सिंह के अलावा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी, रामविचार नेताम, सांसद संतोष पांण्डेय, किसान मोर्चा के पदाधिकारी भी मौजूद थे।

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