केंद्रीय रेल राज्य मंत्री वी. सोमन्ना ने रविवार को पुरी रेलवे स्टेशन पर चल रहे पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण किया। यह विकास कार्य अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किया जा रहा है।
रेलवे के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता पर ज़ोर देते हुए मंत्री ने कहा कि ओडिशा को 2025 के रेल बजट में 10,599 करोड़ मिले हैं - जो 2009-14 की तुलना में 12.5 गुना वृद्धि है। वर्तमान में, राज्य में 2,379 करोड़ की लागत से 59 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है और 80,000 करोड़ से अधिक की रेलवे परियोजनाएं चल रही हैं।
सोमन्ना ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले एक दशक में, इस क्षेत्र में रेलवे के बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है, जिसमें नई लाइनों के निर्माण, पटरियों के दोहरीकरण और यात्री सुविधाओं में वृद्धि में उल्लेखनीय प्रगति हुई है - जो पिछले वर्षों की प्रगति से कहीं अधिक है।
उन्होंने वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी आधुनिक ट्रेनों की शुरुआत का भी उल्लेख किया, जो अब ओडिशा के प्रमुख हिस्सों को जोड़ती हैं और क्षेत्रीय संपर्क व विकास को और बढ़ावा देती हैं।
मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पुनर्विकसित पुरी स्टेशन 'एक स्टेशन एक उत्पाद' के तहत बेहतर पहुंच, आधुनिक प्रतीक्षालय, लिफ्ट/एस्केलेटर, कार्यकारी लाउंज, स्थायी सुविधाएं और कियोस्क सहित विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करेगा।
इस यात्रा के दौरान सोमन्ना के साथ पूर्वतट रेलवे के अतिरिक्त महाप्रबंधक बी.एस. राजकुमार और खुर्दा रोड मंडल के मंडल रेल प्रबंधक एच.एस. बाजवा और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण ए.जी. श्रीनिवास सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
इस पुनर्विकास का उद्देश्य तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और स्थानीय यात्रियों के लिए यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाना है, जो भारतीय रेलवे में बदलाव लाने के प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है।