चक्रवाती तूफान तितली से निपटने के लिए राज्य सरकार की ओर से सभी जिलों के जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के लिए चेतावनी दी गई। इस प्राकृतिक तांडव में जीरो कैश्यूअल्टी के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की ओर से जिलाधिकारियों को निर्देश भी दिया गया। लेकिन इसका परिणाम उलटा आया। चक्रवाती तितली के प्रभाव से आई बाढ़ की वजह से गजपति जिले में करीब 42 लोगों की मौत होने की खबर है। जबकि नेता, मंत्री और कुछ अधिकारी अब भी जीरो कैश्यूअल्टी ढिंढोरा पीट रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक गजपति जिले के रायगढ़ ब्लॉक में पहाड़ ढहने से 16 लोगों को मौत हो गई थी। जबकि 21 लोगों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा कइंपुर पंचायत में पहाड़ ढहने से 15 लोग लापता हो गए थे। जिनमें से अब तक 7 लोगों के शव मिले हैं।
दूसरी ओर लक्ष्मीपुर में लापता हुए दो लोगों में से एक का शव मिला है, जबकि गंडाहाती में 2 और लाइला में 2 लोग लापता हुए हैं। मोहना में भी दो लोगों के लापता होने की खबर मिली है।
लापता और मृत्यु की जानकारी कइंपुर पंचायत के एक अधिकारी और सरपंच ने दी है।
इससे पहले गंघाबाड़ में 15 लोगों के मौत होने की खबर प्रशासन ने दी थी।