मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को श्रमिकों को प्रोत्साहित करने के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा की है। क्योंकि इससे पहले काम की तलाश में श्रमिकों को बाहर जाना पड़ता था और वहां उन्हें कई बार प्रताड़ना का भी शिकार होना पड़ता है।
मुख्यमंत्री ने आज यहां जयदेव भवन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में कहा कि कमजोर श्रमिकों की पहचान करने और उनके गांवों में उन्हें काम देने के लिए कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने मनरेगा दैनिक मजदूरी बढ़ाकर 286.86 रुपये कर दी है। चार जिलों-बरगढ़, नुआपड़ा, कलाहांडी और बलांगीर में 20 ब्लॉकों के श्रमिकों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की गई है।
पैकेज के अनुसार अब मजदूरों को प्रति वर्ष 100 दिनों के मुकाबले 200 दिनों के लिए काम दिया जाएगा। 18 से 35 वर्ष के बीच के युवाओं को उनकी योग्यता और रुचि के आधार पर विभिन्न कार्यों के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। सरकारी सहायता प्राप्त करने के लिए स्वयं सहायता ग्रुप बनाने के लिए गरीब महिलाओं की मदद के लिए कदम उठाए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि हर साल बलांगीर समेत कुछ अन्य जिलों से हजारों श्रमिक आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, गुजरात और कर्नाटक जैसे राज्यों में काम की तलाश में जाते हैं। इसके बाद अक्सर यह भी सूचिना मिलती रहती है कि उनमें से कइयों को उचित रूप से काम का भुगतान नहीं किया जाता है। इसके अलावा कंपनी के मालिकों और दलालों द्वारा उनके प्रति अत्याचार किया जाता है। सरकार के इस कदम से अब इस स्थिति में सुधार की संभवाना जताई जा रही है।