सीएम भूपेश बघेल ने तीज-त्योहारों के बाद अब लोगों को सरकार के कामकाज में भी भागीदार बनाने की पहल की है। 20 साल में पहली बार इस बार लोग जो सुझाव देंगे, उसके आधार पर सरकार बजट तैयार करेगी। इसे भागीदारी बजट का नाम दिया गया है। वाट्सएप नंबर 7440413604 और ई-मेल आईडी bhagidaribudget2020@gmail.com पर कोई भी अपने सुझाव भेज सकता है।
वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए सीएम बघेल 19 जनवरी से मंत्रियों से चर्चा करेंगे। इसकी शुरुआत ताम्रध्वज साहू और मोहम्मद अकबर से होगी। सभी मंत्री अपने-अपने विभागों से नई योजनाओं व वर्तमान योजनाओं के लिए जरूरतों के आधार पर सीएम व वित्त विभाग के प्रभारी मंत्री से बजट में मांग करेंगे। मंत्रियाें से चर्चा के बाद सीएम चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी, उद्योगपतियों के प्रतिनिधिमंडल, कर्मचारी संघ आदि से भी बजट पर चर्चा करेंगे। बता दें कि 25 फरवरी से विधानसभा का बजट सत्र शुरू होगा। मार्च के पहले हफ्ते में बजट पेश होना है। इससे पहले सीएम बघेल के साथ पूरा वित्त विभाग बजट की तैयारियों में जुट गया है। चालू वित्तीय वर्ष में अनुपूरक बजट मिलाकर राज्य का बजट एक लाख करोड़ पार हो चुका है। इसमें 6 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव है। राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ के तीज-त्योहारों व परंपराओं से लोगों को जोड़ने के लिए कई आयोजन किए गए हैं। इसे अब सरकार के कामकाज में भी लोगों को जोड़ने के लिए पहल की गई है। लोग अपने आसपास की जरूरत के मुताबिक सड़क, स्कूल, पुल-पुलिया या भवन की मांग कर सकेंगे तो सरकार को कोई नई स्कीम भी सुझा सकते हैं। जो भी सुझाव आएंगे, उन्हें ध्यान में रखकर अधिकारी बजट में प्लान करेंगे।
लोगों की जरूरत पर करेंगे काम
भागीदारी बजट से सरकार की मंशा लोगों की जरूरत पर ही फोकस कर काम करने की है। वाट्सएप या ईमेल के जरिए लोग को भी जरूरत होगी, उसी के आधार पर अपने सुझाव देंगे। इस तरह सरकार को यह भी पता चल जाएगा कि उन्हें किस दिशा में ज्यादा काम करने की जरूरत है। बीजेपी शासन में इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़ी राशि खर्च की गई, लेकिन कई हिस्सों में लोगों की मूलभूत जरूरतें पूरी नहीं हो पाईं। नए बजट में इसे दूर करने की कोशिश की जाएगी।