कांग्रेस छत्तीसगढ़ कार्यकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ के नीजि अस्पताल में स्मार्ट कार्ड से उपचार में राहत नहीं मिलने पर कलेक्टोरेट का घेराव किया।
जकांछ नेताओं ने कहा कि गरीब जमीन और जेवरात बेचकर मंहगे अस्पतालों में उपचार कराने को मजबूर हैं। इधर जमीन की रजिस्ट्री में भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में बिना अनुमति के कलेक्टोरेट का घेराव करने पहुंच गए।
कार्यकर्ताओं ने रजिस्ट्री के दौरान आ रही परेशानी को तुरंत ठीक करने और स्मार्ट कार्ड से उपचार शुरू करने की मांग की। जकांछ कार्यकर्ताओं का आक्रोश देखते हुए रायपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने तुरंत स्मार्ट कार्ड से इलाज शुरू कराने का आश्वासन दिया।
उन्होंने बताया कि आदेश हो चुका है, मंगलवार से प्रदेश के सभी निजी अस्पतालों में स्मार्ट कार्ड से उपचार करने शुरू हो जाएगा। जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता ओम प्रकाश देवांगन ने बताया कि अस्पतालों में स्मार्ट कार्ड लेना पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अस्पतालों में मरीजों को भर्ती नहीं लिया जा रहा है। क्योंकि बीमा कंपनी को सरकार से तकरीबन 100 करोड रूपये से ज्यादा वसूल करना है। प्रदेश सरकार गरीबों के लिए अति आवश्यक सेवा, स्वास्थ्य बीमा योजना के पचास हजार रुपये तक के इलाज का भुगतान करने में असमर्थ है।