घाटशिला उपचुनाव का परिणाम आ चुका है। जेएमएम प्रत्याशी सोमेश चंद्र सोरेन ने जीत हासिल की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रत्याशी बीजेपी के बाबूलाल सोरेन को भारी अंतर से हराया। घाटशिला विधानसभा उपचुनाव के नतीजे जेएमएम और महागठबंधन को खुशी दी है। एक बार फिर घाटशिला की जनता ने बीजेपी को नकार दिया है। घाटशिला की जनता ने जेएमएम प्रत्याशी सोमेश चंद्र सोरेन को ताज पहनाया है। 20 राउंड की गिनती के बाद जेएमएम प्रत्याशी सोमेश चंद्र सोरेन विजयी घोषित हुए। उन्होंने अपने निकटतम प्रत्याशी बीजेपी के बाबूलाल सोरेन को 38524 वोटों से हराया। सोमेश चंद्र सोरेन को 104794 वोट मिले। जबकि बाबूलाल सोरेन को 66270 वोट मिले। तीसरे स्थान पर जेएलकेएम के रामदास मुर्मू रहे। बता दें कि देश के जिन 8 जगहों पर उपचुनाव हुआ था, उसमें घाटशिला विधानसभा भी एक था। यह सीट शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के असामयिक निधन से खाली हुई थी। 11 नवंबर को यहां पर वोटिंग हुई। कुल 74।63 प्रतिशत लोगों ने उपचुनाव में वोटिंग की थी। महिलाओं ने बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया था।
गौरतलब है कि घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में कुल 13 उम्मीदवार मैदान में थे। जिनमें एक महिला भी शामिल थीं। मुख्य मुकाबला बीजेपी और जेएमएम के बीच था। हालांकि जेएलकेएम उम्मीदवार रामदास सोरेन ने भी कड़ी टक्कर दी। लेकिन वो तीसरे स्थान पर रहे।रामदास सोरेन के निधन के बाद जेएमएम ने उनके बेटे सोमेश चंद्र सोरेन पर भरोसा जताया था, जबकि बीजेपी ने एक बार फिर से बाबूलाल सोरेन को अपना उम्मीदवार बनाया था। बाबूलाल सोरेन पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र हैं। सोमेश चंद्र पार्टी के भरोसे पर खड़े उतरे और चुनाव में जीत हासिल की।