ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शनिवार को 'शक्ति श्री योजना' का शुभारंभ किया। इसका उद्देश्य राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्राओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण सुनिश्चित करना है। इस संबंध में मीडिया को जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शक्ति श्री योजना के तहत, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में सुरक्षा सशक्तिकरण प्रकोष्ठ खोले जाएंगे। इन प्रकोष्ठों का प्रबंधन स्वयं छात्राओं द्वारा किया जाएगा, जिन्हें सहकर्मियों के नेतृत्व में सतर्कता, समर्थन और नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस पहल को और मज़बूत बनाने के लिए ज़िला कलेक्टर प्रत्येक संस्थान में पांच महिला सलाहकारों - जिन्हें "शक्ति अप्पा" कहा जाता है - की नियुक्ति करेंगे, जो छात्राओं को सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के मामलों में मार्गदर्शन और परामर्श देंगी।
इस कार्यक्रम की एक प्रमुख विशेषता एक 24x7 मोबाइल ऐप का विकास है जो छात्राओं को वास्तविक समय में उत्पीड़न या भावनात्मक संकट की रिपोर्ट करने की सुविधा प्रदान करेगा। यह डिजिटल उपकरण तत्काल प्रतिक्रिया और हस्तक्षेप सुनिश्चित करता है, जिससे छात्र कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को बल मिलता है।
इस पहल में छह दिवसीय मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा मॉड्यूल भी शामिल है, जिसे कॉलेज के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। यह मॉड्यूल राष्ट्रीय टेली-मानस हेल्पलाइन से जुड़ा होगा, जिससे छात्राओं को पेशेवर मनोवैज्ञानिक सहायता और परामर्श सेवाएं प्राप्त होंगी।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि शक्ति श्री योजना केवल एक सुरक्षा उपाय नहीं है, बल्कि युवा महिलाओं में लचीलापन, जागरूकता और सशक्तिकरण की संस्कृति के निर्माण की दिशा में एक कदम है।