श्री अन्न (बाजरा) और महिला किसान 2025 पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी लोकसेवा भवन कन्वेंशन सेंटर में सफलतापूर्वक संपन्न हुई। कृषि और किसान अधिकारिता विभाग द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम "कृषि विरासत और जैव विविधता के संरक्षण में महिलाओं की भूमिका" पर केंद्रित था। उद्घाटन सत्र में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान उपस्थित रहे। चौहान ने राज्य के बाजरा दिवस और बाजरा उत्पादन में नेतृत्व पर प्रकाश डालते हुए कृषि विरासत के संरक्षण और बाजरा को बढ़ावा देने में ओडिशा के प्रयासों की सराहना की।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि ओडिशा पहला राज्य है जिसने भूमि प्रजातियों के संरक्षण के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं, साथ ही महिला केंद्रित कृषि मशीनरी के परीक्षण के लिए दिशानिर्देश भी जारी किए हैं। उन्होंने विभाग के मिलेट फाउंडेशन गाइड के प्रकाशन की सराहना की, जो अपनी तरह का पहला है, जो श्री अन्न पर शोध डेटा और ज्ञान संसाधनों को संकलित करता है।
केंद्रीय मंत्री ने महिला किसानों के योगदान और ओडिशा की अग्रणी पहलों की भी सराहना की, जिसमें भूमि संरक्षण और महिला केंद्रित कृषि मशीनरी के लिए दिशानिर्देश शामिल हैं। समापन समारोह में राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति के शामिल होने के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।