मंगलवार को एक दिवसीय ओडिशा दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई परियोजनाओँ का उद्घाटन व शिलान्यास करने के साथ कई परियोजनाओँ का नीव रखा। मंगलवार को सुबह ओडिशा पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले बौध जिले में नीलमाधव और सिद्धेश्वर मंदिर के नवीनीकरण एवं जीर्णोद्धार संबंधी कार्यों का उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने 115 करोड़ रुपए की लागत से तैयार बलांगीर-बिछुपाली रेलवे लाइन और सोनपुर में 15.81 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली, केंद्रीय विद्यालय की स्थायी इमारत के लिए आधारशिला रखी । इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओड़िशा में बलांगीर-बिछुपाली मार्ग पर नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आप इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए इसके लिए मैं आपको सर झुकाकर नमन करता हूं। थोड़ी देर पहले ओडिशा के विकास से जुड़ी 1500 करोड़ से अधिक परियोजनाओं का लोकार्पण, उद्घाटन और शिलान्यास मैंने किया है। एक महीने के भीतर 20,000 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाओं पर काम या तो शुरू हुआ है या फिर लोकार्पण हो चुका है।
उन्होंने कहा कि ओडिशा के हर जिले में आस्था के ऐसे महत्वपूर्ण स्थल हैं जो हमारी सांस्कृतिक संपदा के प्रतीक हैं। दुनिया की सबसे पुरातन सभ्यताओं में से एक हमारी सभ्यता की पहचान हैं। हमारे पूर्वजों के कौशल के प्रमाण हैं। ओडिशा में भारत के गौरवशाली इतिहास, हमारी सभ्यता और संस्कृति की बहुमूल्य धरोहरें है।
'राष्ट्र के गौरव को सर्वोपरि रखने की कटिबद्धता का ही परिणाम है कि भारत के मंदिरों सहित दूसरी जगहों से लूटी या चुराई गई, पुरानी मूर्तियों को भारत लाने का प्रयास लगातार चल रहा है। साथियों, इस संपदा का भान सिर्फ मोदी को हुआ, ऐसा नहीं है। पहले की सरकारों को भी इस गौरवशाली अतीत का पता था। तब भी इन स्थानों को संवारने की मांग उठती थी। अंतर सिर्फ संवेदना का था, समग्रता के साथ सोचने वालों की कमी का था।'