प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार नेताजी को लेकर राजनीति कर रही है। श्यामबाजार में आजाद हिंद सरकार की स्थापना के 75वें वर्षगांठ के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में घोष ने कहा कि राज्य सरकार ने नेताजी को कभी भी स्वीवृति नहीं दी। उन्हें हमेशा ही नजरअंदाज किया गया जबकि केंद्र से इस स्वीकृति की मांग राज्य सरकार कर सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। वहीं, विपक्षी दलों ने इसके पीछे राजनीतिक मंशा की बात कही है। विपक्ष का आरोप है कि लोकसभा चुनाव के पहले बंगाल के लोगों की भावना से खेलने के लिए ही भाजपा यह नाटक कर रही है। उसका लक्ष्य वोट बैंक है।
घोष ने साथ ही कांग्रेस पर भी निशाना साधा तथा कहा कि कांग्रेस ने भी कभी नेताजी को उनका उचित महत्व व सम्मान नहीं दिया। कांग्रेस ने हमेशा ही केवल एक ही परिवार को महत्व दिया तथा उसे ही आगे बढ़ाने की कोशिश की। घोष ने कहा कि मोदी सरकार ने नेताजी को उचित सम्मान दिया है। आजाद हिंद सरकार के गठन का 75वां साल मना कर प्रधानमंत्री ने लंबी मांग पूरी करने के साथ ही आजाद हिंद सरकार के गठन को स्वीकृति दी है। मालूम हो कि भाजपा ने राज्य के सभी जिलों में आजाद हिंद सरकार के गठन का 75वां साल मनाया गया। राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि भाजपा नेता नेताजी के प्रति बंगाली भावना का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश के तहत ही लाल किला व जिलों में इस कार्यक्रम का आयोजन किया। भारतीय इतिहास में यह पहला मौका है जब 15 अगस्त के अलावा किसी दूसरे मौके पर वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय झंडा फहराया गया।