भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) ने गुरुवार को शहर के सभी 67 वार्डों में व्यापक आवारा कुत्ता जनगणना अभियान की शुरुआत की है।
इस पहल का उद्देश्य आवारा कुत्तों की सटीक संख्या का पता लगाना है, ताकि पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) कार्यक्रमों की प्रभावी योजना बनाई जा सके और पशु कल्याण में सुधार किया जा सके।
सूत्रों के अनुसार, गणना का कार्य सुबह 5 बजे से 7 बजे तक विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों की देखरेख में किया गया। इसमें स्वच्छ साथी, स्वच्छ पर्यवेक्षक और स्वास्थ्य निरीक्षकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
कुल 410 टीमों ने, जिनमें विशेषज्ञ पशु चिकित्सक, नगर निगम अधिकारी, स्वच्छ साथी, सफाई कर्मचारी और पर्यवेक्षक शामिल थे, दो चरणों में वैज्ञानिक तरीकों से सर्वेक्षण किया। यह गणना प्रतिदिन सुबह 5 से 7 बजे तक की जाएगी, जब कुत्ते स्थानीय क्षेत्रों में अधिक दिखाई देते हैं।
इस जनगणना का उद्देश्य शहर में आवारा कुत्तों की कुल संख्या ज्ञात करना, बीएमसी क्षेत्रों में कुत्ता घनत्व का आकलन करना, प्रभावी नियंत्रण और प्रबंधन रणनीतियां बनाना, आवारा कुत्तों के स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार करना तथा रेबीज जैसी बीमारियों के प्रसार को रोकना है।
इस बीच, बीएमसी की मेयर सुलोचना दास ने नागरिकों से अपील की कि वे इस महत्वपूर्ण कार्य में लगे गणनाकर्मियों का सहयोग करें।
सटीक आंकड़े जुटाने से बीएमसी लक्षित हस्तक्षेप कर सकेगा, जिससे कुत्ते के काटने की घटनाओं में कमी, बीमारियों के प्रसार पर रोक और समग्र पशु कल्याण में सुधार संभव होगा।