अभियंता भवन में भारत रत्न एम विश्वेश्वरैया की 157 जयंती पर आयोजित अभियंता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अब डॉक्टर और इंजीनियर की नियुक्ति ‘बिहार तकनीकी सेवा आयोग’ द्वारा मार्क्स के आधार पर होगी। इसके लिए कोई लिखित परीक्षा और साक्षात्कार आदि नहीं लिए जाएंगे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अत्यधिक बोझ के कारण बीपीएससी को नियुक्ति करने में कई-कई साल लग जा रहे हैं, इसलिए सरकार ने पुलिस, विश्वविद्यालय शिक्षकों आदि की बहालियों के लिए अलग-अलग आयोगों सहित सहायक अभियंताओं, पशु चिकित्सा पदाधिकारियों और चिकित्सा पदाधिकारियों आदि की नियुक्ति के लिए ‘बिहार तकनीकी सेवा आयोग’ का गठन किया है ताकि, जल्दी नियुक्तियां हो सकें। मोदी ने कहा कि बिहार में पहले जहां मात्र 3-4 इंजीनियरिंग कॉलेज थे। एनडीए की सरकार राज्य के हरेक जिले में इंजीनियरिग कॉलेज की स्थापना करने जा रही है, जिसकी प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। उन्होंने कहा कि आरजेडी-कांग्रेस के 15 वर्षों के कार्यकाल में अलकतरा घोटाला हुआ जिसमें विभागीय मंत्री के साथ ही कई अभियंताओं को भी जेल जाना पड़ा था। मगर एनडीए की सरकार के दौरान बिहार में सड़कों का जाल बिछाने और विकास को गति देने में इंजीनियरों का बहुत बड़ा योगदान रहा है।