दिल्ली विधानसभा चुनाव में आरजेडी ने भी उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। आरजेडी वहां कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की कोशिश में है। आरजेडी के चुनाव प्रभारी और सांसद मनोज झा ने कांग्रेस से दिल्ली विधानसभा चुनाव में 7 सीटों की मांग की है। गठबंधन को लेकर दोनों पार्टियों के नेताओं में दो दौर की बातचीत हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार 3 से 5 सीटों के बीच सहमति बनने की उम्मीद है। अगर सीटों को लेकर कोई सहमति नहीं बनी तो आरजेडी अकेले भी चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रही है। आरजेडी पूर्वांचल के वोटरों को देखते हुए बुरारी और पूर्वी दिल्ली की सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। 2003 के चुनाव में शोएब इकबाल मटिया महल से आरजेडी उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल कर चुके है। हालांकि शोएब इकबाल अब आम आदमी पार्टी में जा चुके है। 2008 में आसिफ मोहम्मद खान ओखला सीट से आरजेडी की टिकट पर चुनाव जीत चुके है। आरजेडी इसी को आधार मानकर 2020 के चुनावी मैदान में कुदने की तैयारी में है। 2015 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सपोर्ट करते हुए आरजेडी ने दिल्ली विधानसभा में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था।