चक्रवात ‘मोंथा’ ने ओडिशा के 33 ब्लॉकों और 11 शहरी क्षेत्रों को प्रभावित किया है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार चक्रवात के बाद की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक इंतज़ाम किए गए हैं।
करीब 19,000 लोगों को संवेदनशील क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिनमें 2,198 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं जिन्हें सुरक्षित शरण स्थलों में रखा गया है। 362 स्थानों पर निःशुल्क रसोई केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां 18,700 से अधिक लोगों को पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
मंत्री ने बताया कि ओडिशा सरकार ने जल संसाधन, पंचायती राज एवं पेयजल, ग्रामीण विकास, ऊर्जा, कृषि एवं किसान सशक्तिकरण तथा मत्स्य एवं पशु संसाधन विकास जैसे विभागों के साथ ‘सूक्ष्म स्तर’ पर समन्वय कर चक्रवात की तैयारी की थी।
मंत्री ने कहा कि यद्यपि कुछ क्षेत्रों में आज भी वर्षा हो सकती है, लेकिन अब चक्रवात का कोई खतरा नहीं है और 31 अक्टूबर तक स्थिति सामान्य होने की संभावना है।
तूफान से हुए नुकसान का आकलन 30 अक्टूबर से शुरू होगा। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ फसलों और मकानों को नुकसान पहुंचा है, जबकि प्रभावित परिवारों को पहले ही पॉलिथिन शीट वितरित की जा चुकी हैं।
मंत्री पुजारी ने कहा कि नुकसान के सत्यापन के बाद प्रभावितों को मुआवजा दिया जाएगा। जिला कलेक्टरों को प्रभावित लोगों के बैंक खाते और मोबाइल नंबर एकत्र करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि राहत राशि सीधे ऑनलाइन उनके खातों में भेजी जा सके।
मंत्री ने भरोसा दिलाया कि सभी संबंधित विभाग सामान्य स्थिति बहाल करने और चक्रवात प्रभावित लोगों को सहायता पहुंचाने में सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं।