पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटाल महकमे के अंतर्गत दासपुर-दो ब्लॉक के गोछाती ग्राम पंचायत क्षेत्र के 169 नंबर बूथ पर चुनावी प्रक्रिया को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। आरोप है कि बूथ की महिला बीएलओ ऋतुपर्णा हाजरा की जगह उनके पति और स्थानीय तृणमूल नेता असीम हाजरा मतदाता सूची संशोधन कार्य के दौरान घर-घर जाकर एन्यूमरेशन फॉर्म बांट रहे थे। इस घटना को लेकर इलाके में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। भाजपा ने इस पर राज्य चुनाव आयोग में वीडियो सहित लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि सरकारी कर्मचारी की जगह एक राजनीतिक दल से जुड़े व्यक्ति द्वारा मतदाता कार्य करना चुनाव आचार संहिता का गंभीर उल्लंघन है। भाजपा के घाटाल संगठनात्मक जिला उपाध्यक्ष अमूल्य माइती ने कहा, “हमने इस पूरे मामले का वीडियो और दस्तावेज राज्य चुनाव कार्यालय में जमा कर दिया है। आयोग से मांग की गई है कि दोषी बीएलओ और उनके पति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।” दासपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा नेता प्रशांत बेरा ने बताया कि “मंगलवार को महिला बीएलओ खुद फॉर्म बांटने नहीं आईं। बुधवार को उनके पति असीम हाजरा ने घर-घर जाकर फॉर्म बांटना शुरू किया। जब हमने उन्हें रोका तो उन्होंने हमें धमकाने की कोशिश की। उसके बाद हमने बीडीओ को लिखित शिकायत दी।” मामले को गंभीरता से लेते हुए घाटाल के एसडीओ सुप्रभात चट्टोपाध्याय ने कहा, “शिकायत मिलते ही जांच के आदेश दिए गए हैं। बीडीओ को रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। संबंधित बीएलओ को शो-कॉज नोटिस जारी किया जाएगा।”
वहीं दासपुर-दो ब्लॉक के बीडीओ प्रवीर कुमार शीत ने पुष्टि करते हुए कहा, “निर्वाचन आयोग के नियमों के तहत उक्त बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।” इस घटना के बाद क्षेत्र में प्रशासनिक और राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। निर्वाचन आयोग ने संकेत दिया है कि दोष सिद्ध होने पर संबंधित बीएलओ के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कदम उठाए जाएंगे।