कोस्ट गार्ड रीजनल मुख्यालय (उत्तर–पूर्व) के तत्वावधान तथा कमांडर कोस्ट गार्ड (ओडिशा) के समन्वय में 14–15 नवम्बर 2025 तक पारादीप में दो दिवसीय क्षेत्रीय स्तर का समुद्री खोज एवं बचाव (एसएआर) कार्यशाला और समुद्री अभ्यास आयोजित किया गया।
इस अभ्यास में ओडिशा के विभिन्न एसएआर हितधारकों और संसाधन एजेंसियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिनमें ओएसडीएमए, जिला प्रशासन के अधिकारी, पारादीप पोर्ट प्राधिकरण, कस्टम विभाग, भारतीय नौसेना, मरीन पुलिस, ओडिशा पुलिस, सीआईएसएफ, मत्स्य एवं वन विभाग तथा जिला चिकित्सा विभाग शामिल थे।
भारत के राष्ट्रीय समुद्री खोज एवं बचाव सेवा प्रदाता के रूप में विशाल खोज एवं बचाव क्षेत्र का प्रबंधन करने वाले भारतीय तटरक्षक बल ने इस कार्यशाला का नेतृत्व किया। कार्यशाला का उद्देश्य अंतर-एजेंसी समन्वय और परिचालन तत्परता को मजबूत करना था। प्रतिभागियों को एसएआर प्रोटोकॉल, कार्यप्रणालियों, संरचनाओं, प्रक्रियाओं और एसओपी सत्यापन के बारीक पेशेवर पहलुओं के बारे में जानकारी दी गई, साथ ही समुद्र में वास्तविक आपात स्थितियों के दौरान बेहतर सहयोग पर जोर दिया गया।
कार्यशाला की एक प्रमुख आकर्षण टेबल-टॉप अभ्यास था, जिसमें विभिन्न एसएआर स्थितियों का अनुकरण किया गया ताकि हितधारकों की तैयारी, संचार प्रवाह और सामूहिक निर्णय-क्षमता का परीक्षण किया जा सके।
दूसरे दिन पारादीप तट के पास एक व्यापक समुद्री अभ्यास आयोजित किया गया। प्रमुख एसएआर एजेंसी के रूप में भारतीय तटरक्षक बल ने लगभग वास्तविक समय के प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जिनमें बड़े पैमाने पर बचाव अभियान, चिकित्सा त्रि-आय, घायल व्यक्तियों की निकासी और समन्वित बचाव तकनीकें शामिल थीं। साझेदार एजेंसियों के कई बचाव संसाधनों ने उत्कृष्ट समन्वय का प्रदर्शन किया, जो समुद्र—चाहे वायुगतिकीय क्षेत्र हो या समुद्री—दोनों में जीवन बचाने के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
दो दिवसीय कार्यक्रम ने परिचालन एसओपी को परखने, संस्थागत सामंजस्य को बेहतर बनाने और ओडिशा की समुद्री एसएआर क्षमता को मजबूत करने के लिए एक प्रभावी मंच उपलब्ध कराया।