कटक साइबर पुलिस ने सोमवार को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए बालेश्वर से एक पूर्व सैन्यकर्मी को गिरफ्तार किया है। उस पर ओडिशा भर में हज़ारों लोगों से लगभग 20 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है। आरोपी की पहचान पार्थसारथी दास के रूप में हुई है। वह कटक के बादामबाड़ी स्थित राजेंद्र नगर इलाके का निवासी है। विस्तृत साइबर जांच के बाद उसे बालेश्वर के चांदीपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के अनुसार, दास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 'ह्यूज ऐप' नाम से एक एंड्रॉइड एपीके फ़ाइल विकसित किया और उसे उपयोगकर्ताओं को अच्छा रिटर्न देने का वादा करते हुए प्रसारित किया। पीड़ितों को यूट्यूब वीडियो लाइक और शेयर करने और दूसरों को ऐप से जुड़ने के लिए आमंत्रित करने पर कमीशन कमाने का वादा कर लगभग 16,500 रुपये जमा करने के लिए लुभाया गया।
कटक के डीसीपी खिलारी ऋषिकेश ज्ञानदेव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि शुरुआत में, कुछ उपयोगकर्ताओं को भुगतान प्राप्त हुआ, जिससे वैधता का झूठा आभास हुआ। जैसे-जैसे और लोग जुड़े, ऐप ने अचानक काम करना बंद कर दिया और निकासी विकल्प बंद हो गए।
जब उपयोगकर्ताओं ने शिकायत की, तो दास ने कथित तौर पर उन्हें ऐप को "पुनः सक्रिय" करने के लिए अतिरिक्त पैसे जमा करने के लिए मना लिया। आखिरकार, बार-बार विफलताओं और नुकसान के बाद, पीड़ितों में से एक ने कटक साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
कटक के ग्रामीण इलाकों में भी ऐसी ही शिकायतें मिलीं। सीमित सुरागों के बावजूद, साइबर टीम ने आरोपी के मोबाइल नंबर, लॉगिन क्रेडेंशियल और आईपी एड्रेस का उपयोग कर उसे ट्रैक किया। क्राइम ब्रांच की मदद से दास का पता लगाया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस को संदेह है कि इस रैकेट में और लोग शामिल हो सकते हैं। इस मामले में आगे की जांच जारी है।