ओडिशा सरकार ने सुभद्रा योजना के लाभार्थियों की चिंताओं को दूर करने के लिए डिज़ाइन किया गया एक प्लेटफ़ॉर्म, सुभद्रा शिकायत मॉड्यूल लॉन्च किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य योजना से संबंधित शिकायतों के समाधान के लिए एक पारदर्शी और कुशल प्रणाली प्रदान करना है। जिन लाभार्थियों को पहले योजना से बाहर रखा गया था, वे अब इस पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकते हैं और पुनः शामिल करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। उपमुख्यमंत्री प्रभाति परिड़ा ने सुभद्रा शिकायत मॉड्यूल लॉन्च करते हुए कहा कि कोई भी पात्र लाभार्थी सुभद्रा की सहायता से वंचित नहीं रहेगा। यह मॉड्यूल योजना के तहत पारदर्शिता, जवाबदेही और समय पर निर्णय लेने को सुनिश्चित करेगा।
परिड़ा के अनुसार, यह मॉड्यूल लाभार्थियों को अपनी शिकायतें दर्ज करने और उनकी स्थिति पर नज़र रखने की सुविधा देता है। विभाग पोर्टल के माध्यम से दर्ज की गई सभी शिकायतों का जवाब देंगे, जिससे प्रक्रिया में समय पर समाधान और पारदर्शिता सुनिश्चित होगी। ब्लॉक समितियां शिकायतों की समीक्षा करेंगी। इसके बाद, समिति जांच रिपोर्ट को जिला स्तरीय जांच समिति या नगर निगम स्तरीय जांच समिति को भेजेगी। अनुमोदन पर अंतिम निर्णय जिला या नगर निगम स्तर पर लिया जाएगा। लाभार्थी सुभद्रा पोर्टल के माध्यम से अपनी शिकायतों की स्थिति के बारे में अद्यतन जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि अब तक सुभद्रा योजना के तहत 1,09,87,894 आवेदन पंजीकृत हो चुके हैं, जिससे 1 करोड़ से अधिक महिलाओं को लाभ हुआ है। इसके अतिरिक्त, वर्तमान में सुभद्रा पोर्टल के माध्यम से 2,83,264 शिकायतों का समाधान किया जा रहा है, जिनका समाधान सुभद्रा शिकायत मॉड्यूल के माध्यम से किया जाएगा।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक मोनिषा बनर्जी, ओसीएसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप कुमार राउत, विभाग के अतिरिक्त सचिव कृत्तिबास राउत और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि इस योजना को 17 सितंबर को एक साल पूरा हो रहा है। एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में राज्य भर की 348 सीडीपीओ इकाइयों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह कार्यक्रम, जो हर आंगनवाड़ी केंद्र पर आयोजित किया जाएगा, 15 अक्टूबर तक चलेगा।