श्री जगन्नाथ बल्लभ तीर्थ केंद्र प्रोजेक्ट अगले दिसंबर के आखिर तक पूरा होने की उम्मीद है। प्रोजेक्ट को अलग-अलग फेज़ में डेवलप किया जा रहा है, जिसका पहला फेज़ 2026 की रथ यात्रा से पहले पूरा होने की उम्मीद है।
यह घोषणा पुरी के ग्रैंड रोड पर नीलाद्री भक्त निवास में गजपति महाराज दिव्यसिंह देव की अध्यक्षता में हुई प्रोजेक्ट कल्चरल और टेक्निकल सब-कमेटी की जॉइंट मीटिंग में की गई।
मीटिंग में श्री जगन्नाथ मंदिर एडमिनिस्ट्रेशन के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर अरविंद पाढी, पुरी डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर दिव्य ज्योति परिड़ा और डॉ. गिरीश चंद्र मुर्मू आदि शामिल हुए। इस दौरान गुंडिचा मंदिर के आसपास के इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं को अपग्रेड करने का फैसला किया गया।
पता चला है कि गुंडिचा मंदिर के बाहरी हिस्से को अपग्रेड किया गया है। कमेटी ने आने वाले दिनों में गुंडिचा मंदिर के आस-पास के एरिया को अपग्रेड करने और मंदिर में एंट्री के लिए टिकटिंग का इंतज़ाम शुरू करने का फैसला किया है।
मीटिंग में श्री जगन्नाथ धाम को एक खास धार्मिक और सांस्कृतिक जगह के तौर पर डेवलप करने के अलग-अलग पहलुओं पर चर्चा हुई।
मीटिंग में श्रीमंदिर परिक्रमा प्रोजेक्ट को पूरा करने और उसके मेंटेनेंस, मंदिर के चारों ओर 75 मीटर के दायरे के बाहर अन्न क्षेत्र (फूड ज़ोन) बनाने, श्रीमंदिर होम यज्ञ प्रोजेक्ट और श्रीमंदिर नाम यज्ञ प्रोजेक्ट जैसे दूसरे मामलों पर चर्चा हुई। श्रीमंदिर हेरिटेज इल्यूमिनेशन प्रोजेक्ट को मंज़ूरी दी गई।
मीटिंग में लिए गए फैसले के मुताबिक, नीलाद्री भक्त निवास के पीछे एक नया भक्त निवास (तीर्थयात्रियों का लॉज) बनाया जाएगा। मंदिर परिसर में पुलिसवालों, कर्मचारियों और सेवादारों के लिए मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल मना रहेगा।