ओडिशा में जलभराव और बाढ़ की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने एक सक्रिय नदी सफाई पहल की घोषणा की है जिसका उद्देश्य जल निकासी को सुचारू बनाना और भविष्य में बाढ़ से संबंधित संकटों को रोकना है।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने सोमवार को कहा कि सरकार खराब जल निकासी और बाढ़ की आशंका की लगातार बन रही समस्याओं के समाधान के लिए 50 साल के दृष्टिकोण के साथ एक दीर्घकालिक योजना तैयार कर रही है। इस रणनीति का एक प्रमुख घटक प्रमुख नदी चैनलों से रुकावटों को दूर करने के लिए राज्यव्यापी नदी सफाई अभियान शुरू करना है, जिन्हें शहरी और ग्रामीण जलभराव का एक प्रमुख कारण माना गया है।
पुजारी ने कहा कि पिछली सरकार की वर्षों की उपेक्षा और कुप्रबंधन के कारण भारी बारिश के दौरान हमारी जल निकासी व्यवस्था चरमरा गई है। अब हम इसे ठीक करने के लिए व्यवस्थित और वैज्ञानिक कदम उठा रहे हैं।
आगे बारिश की आशंका को देखते हुए मंत्री ने एक तैयारी समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और तत्काल जोखिमों को कम करने के लिए 48 घंटे की मास्टर रिस्पांस प्लान की घोषणा की।
उन्होंने आश्वासन दिया कि हालांकि भारी बारिश की उम्मीद है, लेकिन बड़े पैमाने पर बाढ़ का कोई खतरा नहीं है, क्योंकि नदियों का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से नीचे है।
हालांकि, उन्होंने आगाह किया कि स्थानीय स्तर पर, खासकर शहरी इलाकों में, जलभराव की संभावना है और निवासियों से सतर्क रहने का आग्रह किया है।