ओडिशा को आलू की खेती में आत्मनिर्भर बनाने के लिए राज्य सरकार ने 50,000 एकड़ से अधिक कृषि भूमि में आलू की खेती करने की योजना बनाई है। योजना पर चर्चा के लिए उप मुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंहदेव की अध्यक्षता में लोक सेवा भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। बैठक में कृषि विभाग के प्रधान सचिव डॉ. अरविंद कुमार पाढ़ी, कृषि निदेशक शुभम सक्सेना, बागवानी निदेशक कलुंगे गोरख वामन भी उपस्थित थे।
बैठक में कृषि विभाग को लक्ष्य हासिल करने के लिए किसानों को पहले से ही आलू का बीज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। किसानों को उनकी आवश्यकता के अनुसार लगभग 3 लाख आलू बीज उपलब्ध कराये जाएंगे। विभाग ने नवंबर के पहले सप्ताह से बीज आपूर्ति की सुचारू व्यवस्था की व्यवस्था की है, जिसे मांग के आधार पर ब्लॉक-वार वितरित किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, सरकार की योजना 6,000 हेक्टेयर में 600 क्विंटल प्याज के बीज, 1,000 हेक्टेयर में 100 क्विंटल मिर्च और 300 हेक्टेयर में 7,500 क्विंटल लहसुन की खेती करने की है। बीज की आवश्यकता या कमी के लिए किसान कृषि विभाग के टोल-फ्री नंबर 155333 या निकटतम बागवानी अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
इस पहल का उद्देश्य कृषि उत्पादन को बढ़ावा देना और आवश्यक फसलों के लिए अन्य राज्यों पर निर्भरता कम करना है।