ओडिशा को राष्ट्रीय कपड़ा उद्योग में अग्रणी बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शुक्रवार को राज्य सम्मेलन केंद्र में राज्य के प्रमुख कपड़ा निवेश शिखर सम्मेलन 'ओडिशा टेक्स 2025' के पहले संस्करण का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने बलांगीर, जगतसिंहपुर, केंदुझर, संबलपुर, कटक और गंजाम ज़िलों में छह नए टेक्सटाइल पार्कों का भी उद्घाटन किया, जिनका उद्देश्य ओडिशा के कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देना और रोज़गार सृजन करना है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री माझी ने आर्थिक लचीलापन बढ़ाने और ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये पार्क समावेशी विकास के वाहक होंगे, स्थानीय प्रतिभाओं को फलने-फूलने का मंच प्रदान करेंगे और ओडिशा की आर्थिक जीवंतता में योगदान देंगे।
राज्य सरकार को कुशल श्रम, प्रबंधन, रसद और सहायक सेवाओं सहित 25,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गार सृजित होने की उम्मीद है। यह पहल एक व्यापक औद्योगिक विकास रोडमैप का हिस्सा है जिसका उद्देश्य ओडिशा को टिकाऊ कपड़ा उत्पादन के केंद्र के रूप में स्थापित करना है।
मुख्यमंत्री ने खोर्धा में 1,000 बेड वाले श्रमिक छात्रावास का भी अनावरण किया, जिसका उद्देश्य श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार और बढ़ते औद्योगिक कार्यबल का समर्थन करना है। छात्रावास में चिकित्सा सुविधाएं, कैंटीन और मनोरंजन केंद्र जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं - जिससे औद्योगिक कार्यबल के जीवन स्तर में सुधार होगा।
वहीं, इस अवसर परउद्योग मंत्री संपद स्वाईं ने कहा कि ओडिशा टेक्स 2025 केवल एक आयोजन नहीं है - यह 2030 तक ओडिशा को भारत की कपड़ा राजधानी बनाने का एक मिशन है।
शिखर सम्मेलन के दौरान, ओडिशा सरकार ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के साथ कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जिससे 10,000 करोड़ रुपये के निवेश को बढ़ावा मिला और कपड़ा क्षेत्र में 25,000 नए रोज़गार के अवसर पैदा हुए।
इस कार्यक्रम में तिरुपुर, बेंगलुरु, सूरत, एनसीआर, पंजाब और पश्चिम बंगाल सहित प्रमुख कपड़ा केन्द्रों से 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।