दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को द प्लूरल्स पार्टी की याचिका पर भारत के चुनाव आयोग से जवाब मांगा है। याचिका में बिहार विधानसभा चुनाव में शतरंज बोर्ड को आम चुनाव चिन्ह के तौर पर इस्तेमाल करने की मांग की गई है। बता दें कि द प्लूरल्स ने बिहार चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है।
पार्टी अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ने अचानक से बिहार की राजनीति में एंट्री की थी। लंदन से पढ़ाई करके भारत वापस लौटने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी ने खुद को बिहार का मुख्यमंत्री उम्मीदवार बताया है। अपने घोषणापत्र में उन्होंने जनता से बहुत सारे वादे किए हैं।
पुष्पम प्रिया ने अपने घोषणा पत्र में शिक्षा के स्तर को सुधारने का वादा किया है। उन्होंने अपने घोषणा पत्र में कहा कि एजुकेशनल रिफॉर्म के अंतर्गत कॉमन स्कूल सिस्टम होगा जहां सभी नेताओं और अफसर के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ेंगे। उनके घोषणापत्र का नाम- '8 दिशा आठों पहर' है। घोषणापत्र में कहा गया है कि बिहार का विकास आठ जोन में बनाकर किया जाएगा। इसके तहत सभी जिलों को इसमें सम्मिलित किया जाएगा। पार्टी ने 80 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही है। इसके अलावा कृषि को बिहार में उद्योग का दर्जा दिए जाने की भी बात कही गई है।