स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने आशीघर चौकी अंतर्गत फकदईबाड़ी पंचनन रोड इलाके स्थित फोटो स्टूडियो व स्टेशनेरी गुड्स आइटम की दुकान में चल रहे हैं फर्जी आधार सेंटर का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में दुकान मालिक, चार एजेंट समेत कुल सात लोगों को किया गया है। साथ ही दो महिलाओं को प्राथमिक पूछताछ के लिए हिरातस में लिया गया है। वहीं, दुकान के अंदर में अभियान चलाकर फर्जी वोटर कार्ड, पेंन कार्ड, आधार कार्ड सहीत अन्य कई महत्पूर्ण सरकारी दस्तावेज बरामद किए गए है। आरोपियों की पहचान फकदईबाड़ी निवासी दुकान मालिक चित्त रंजन सरकार, तेलापाड़ा निवासी सस्थि मंडल, चयन पारा निवासी टीटू दास, गोसाईपुर का रहने वाला विश्वजीत राय, फकदईबाड़ी निवासी हरि किशोर राय, रानीडांगा निवासी मंथली सिंघा एव देशबंधु पाड़ा का रहने वाला अवेश गुप्ता के रूप में हुई है। इनमें से दुकान मालिक इस पूरे कांड का मास्टर माइंड है। इसके अलावा कई कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाईल फोन के साथ-साथ फिंगर्प्रिंट लेने वाली मसीन जब्त की गई है। बताया गया है कि विशेष कर के बांग्लादेश, नेपाल और भूटान जैसे देशों के नागरिक इस फर्जी आधार सेंटर से अवैध रूप से भारतीय पहचान पत्र बनाते थे। फर्जी पहचान पत्र तैयार करने के लिए लोगों से मोटी रकम वसूली जाती थी। इसकी भनक लगते ही स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने अभियान चलाते हुए ग्राहक बनाकर दुकान में पहुंची। जिसके बाद फर्जी आधार सेंटर का पर्दाफाश हुआ। सिर्फ आधार कार्ड बनाने के लिए करीब 17 हजार रुपए, वोटर कार्ड बनाने के लिए 20 से 25 हजार रुपए और पेन कार्ड बनाने के लिए 10 से 15 हजार रुपये लिए जाते थे। वहीं, पूरे पैकेज के लिए मोटी रकम मांगी जाती थी।
मिली जानकारी के अनुसार पिछले दो महीने से एसओजी इस फर्जी आधार सेंटर का खुलासा करने के पीछे लगी हुई थी। गुप्त सूत्रों से खबर मिलने के बाद स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम ग्राहक बनकर इस दुकान में पहुंची। जहां पर आधार,पैन और वोटर कार्ड पैकेज में बनवाने के लिए 35 हजार रूपये की मांग की गई। एसओजी ने 20 हजार रुपर एडवांस के तौर पर दिए। इसके बाद आज फिंगरप्रिंट के लिए बुलाने के बाद एसओजी की टीम ने रंगे हाथ आरोपियों को पकड़ लिया। आगामी कल सभी आरोपियों को जलपाईगुड़ी कोर्ट में पेश किया जाएगा।