आरजेडी ने बिहार की 143 विधानसभा क्षेत्रों में अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं। राघोपुर से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को फिर से मैदान में उतारते हुए पार्टी ने अपना मजबूत दांव खेला है, वहीं कुटुंबा सीट से आरजेडी द्वारा प्रत्याशी घोषित नहीं करने से कांग्रेस ने राहत की सांस ली है। औरंगाबाद की कुटुंबा सीट से बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम आज नामांकन कर रहे हैं। राजद के आधिकारिक सूची में कुटुंबा सीट से राजद उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है इससे महागठबंधन की रणनीति साफ होती नजर आ रही है।
तेजस्वी प्रसाद यादव एक बार फिर अपनी पारंपरिक सीट राघोपुर से चुनाव लड़ेंगे, जबकि पूर्व मंत्री बीमा भारती को पुनः रुपौली से टिकट मिला है। सूची में सामाजिक संतुलन का पूरा ख्याल रखा गया है। पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग से आने वाले नेताओं को बड़ी संख्या में प्रत्याशी बनाया गया है। पार्टी ने लगभग हर जिले से नए और पुराने चेहरों का मिश्रण पेश किया है-जैसे मोकामा से वीना देवी, दानापुर से रीतलाल राय, बख्तियारपुर से अनिरुद्ध यादव, और मधेपुरा से प्रो. चंद्र शेखर।
महिलाओं की भागीदारी पर भी राजद ने ध्यान दिया है। कुल 24 महिला उम्मीदवारों के नाम इस सूची में शामिल हैं। स्वीटी सीमा हेंब्रम (कटोरिया), ऋतु प्रिया चौधरी (इमामगंज), माला पुष्पम (हसनपुर), संध्या रानी कुशवाहा (मधुबन) और रेखा गुप्ता (बैंकिपुर) जैसी महिला प्रत्याशियों को टिकट देकर पार्टी ने संदेश दिया है कि वह महिला सशक्तिकरण के एजेंडे को आगे बढ़ा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, यह सूची तेजस्वी यादव की सीधी निगरानी में तैयार हुई है। पार्टी ने जातीय समीकरणों के साथ-साथ स्थानीय फीडबैक को भी अहमियत दी। सीमांचल और कोसी बेल्ट में मुस्लिम और पिछड़ा वर्ग को प्रतिनिधित्व देकर राजद ने इन इलाकों में अपनी परंपरागत पकड़ को मजबूत करने की रणनीति अपनाई है।