ओडिशा में अपनी तरह की पहली ट्रांसवेजिनल और ट्रांसरेक्टल पेल्विक फ्लोर पुनर्वास पर दो दिवसीय व्यावहारिक कार्यशाला, जिसका आयोजन यहां इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और एसयूएम अस्पताल में किया गया था। यह कार्यशाला रविवार को संपन्न हुई।
अस्पताल के फिजियोथेरेपी विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में देश भर से कुल 77 महिला प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिसमें अहमदाबाद की विशेषज्ञ फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. धारा शाह संसाधन व्यक्ति के रूप में शामिल थीं।
पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां महत्वपूर्ण होती हैं, क्योंकि वे मूत्राशय, गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब, अंडाशय, मूत्रवाहिनी, मलाशय, गुदा नलिका, वृषण और प्रोस्टेट ग्रंथि जैसे अंगों को सहारा देती हैं और आंत्र और मूत्राशय के कार्य को नियंत्रित करती हैं।
कार्यशाला में मूत्र और मल रिसाव, गर्भाशय का आगे बढ़ना, कब्ज, योनिजन्य रोग और डिस्पेर्यूनिया जैसे यौन विकारों से निपटने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि अस्पताल का फिजियोथेरेपी विभाग बिना किसी उपकरण का उपयोग किए ढीले पेट, ढीले स्तन और योनि की जकड़न से निपटने के लिए अपनी तरह का पहला क्लिनिक स्थापित करने की योजना बना रहा है।