ग्रामीण विकास मंत्री रबी नारायण नायक ने ग्रामीण विकास विभाग के लिए अगले पांच वर्षों में 30,000 किलोमीटर सड़कें और 500 पुल बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। यह साहसिक लक्ष्य रविवार को भुवनेश्वर स्थित ईआईसी कार्यालय के सम्मेलन कक्ष में आयोजित एक राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान रेखांकित किया गया, जिसमें विभाग के सभी 60 प्रभागों के वरिष्ठ अधिकारियों और इंजीनियरों ने भाग लिया।
बैठक में चल रही परियोजनाओं की प्रगति का मूल्यांकन और वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। मंत्री नायक ने उच्चतम गुणवत्ता मानकों को बनाए रखते हुए सभी निर्माण कार्यों को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने के महत्व पर बल दिया।
उन्होंने चेतावनी दी कि काम में देरी बर्दाश्त नहीं किया जाएगी। किसी भी चूक के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के वेतन में कटौती और सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण 4 (पीएमजीएसवाई-4) सहित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई, जिसके अंतर्गत विभाग को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा मिली है। कलाहांडी, नवरंगपुर और रायगढ़ जैसे जिलों की परियोजनाओं को संतृप्ति मोड में लागू करने के लिए विशेष रूप से प्रशंसा की गई।
आगामी महात्मा गांधी सड़क योजना (एमएमएसवाई) के अंतर्गत, विभाग का लक्ष्य अगले वित्तीय वर्ष के दौरान 521 परियोजनाओं के अंतर्गत 5,000 किलोमीटर सड़कें बनाना है। सेतु बंधन योजना के अंतर्गत 400 पुलों और 253 सरकारी भवनों के निर्माण की प्रगति की भी समीक्षा की गई। मंत्री नायक ने समग्र प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि कम प्रदर्शन करने वाले प्रभागों को तत्काल सुधारात्मक उपाय करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग ओडिशा की ग्रामीण आबादी के जीवन को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और हमें हर परियोजना में जवाबदेही और दक्षता सुनिश्चित करनी चाहिए।
बैठक में आयुक्त-सह-सचिव यामिनी षड़ंगी ने परियोजना की प्रगति पर अद्यतन जानकारी दी, जबकि मुख्य कार्यकारी अभियंता प्रदीप कुमार जेना, प्रसन्ना कुमार साहू और देबेंद्र सेठ ने विभिन्न पहलों पर विस्तृत जानकारी दी। इसके अलाव सर्वेश्वर सिंह, गीतारानी पटनायक, संघमित्रा सतपथी सहित वरिष्ठ अधिकारी और सभी 60 प्रभागों के अन्य क्षेत्रीय अधिकारी मंत्री से मार्गदर्शन और निर्देश प्राप्त करने के लिए उपस्थित थे।