वर्ष 2021 से लेकर इस साल नवंबर तक राज्य के बाहर काम करते समय ओडिशा के कम से कम 518 प्रवासी मजदूरों की मौत हुई है। राज्य विधानसभा में मंत्री ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बीजेडी विधायक अरुण कुमार साहू के लिखित प्रश्न के जवाब में श्रम एवं राज्य बीमा मंत्री गणेश राम सिंहखुंटिया ने कहा कि इस अवधि के दौरान 395 मजदूरों के शव उनके गृह जिलों में वापस लाए गए।
सिंहखुंटिया ने बताया कि कलाहांडी में सबसे अधिक 60 मजदूरों की मौत दर्ज की गई, इसके बाद गंजाम जिले के ब्रम्हपुर में 56, बलांगीर में 38, नवरंगपुर में 35, कलाहांडी और रायगड़ा में 34–34, तथा गंजाम जिले के छत्रपुर क्षेत्र में 26 मौतें दर्ज की गईं।
मंत्री ने बताया कि इंटर-स्टेट माइग्रेंट वर्कमेन (रोजगार विनियमन एवं सेवा की शर्तें) अधिनियम, 1979 के तहत वर्ष 2025 (नवंबर तक) में 1,107 ठेकेदारों को लाइसेंस जारी किए गए, जिसके माध्यम से 70,360 मजदूरों का अन्य राज्यों में प्रवासन सुगम हुआ।
मंत्री के अनुसार, वर्ष 2025 में सबसे अधिक 54,581 मजदूर बलांगीर जिले से अन्य राज्यों में काम के लिए गए, इसके बाद नुआपड़ा (8,655), गंजाम (2,553), बरगढ़ (1,459) और ढेंकानाल (1,064) से प्रवासन दर्ज किया गया।