ओडिशा सरकार ने राज्य को गांजा मुक्त बनाने के लिए अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। साथ ही अवैध भांग की खेती में शामिल आदिवासी समुदायों के लिए वैकल्पिक आजीविका प्रदान करने के लिए भी काम कर रही है। गुरुवार को आबकारी मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने यह जानकारी दी।
नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ वॉकथॉन के उद्घाटन समारोह के बाद हरिचंदन ने संवाददाताओं से कहा कि आबकारी और पुलिस विभागों द्वारा संयुक्त अभियान के परिणामस्वरूप इस साल कई जिलों में गांजा की फसल नष्ट हो गई है।
मंत्री ने आरोप लगाया कि आदिवासी समुदायों के सदस्यों को अक्सर ड्रग माफिया द्वारा वित्तीय लाभ का वादा करके अवैध फसल की खेती करने के लिए लुभाया जाता है।
हरिचंदन ने कहा कि ड्रग माफिया अक्सर आदिवासी समुदायों के सदस्यों को त्वरित वित्तीय लाभ का वादा कर गांजा की खेती करने के लिए लुभाते हैं। सरकार इस प्रथा को हतोत्साहित करने के लिए स्थायी आजीविका विकल्प प्रदान करने की योजना बना रही है। नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए सामुदायिक जागरूकता अभियान के साथ-साथ अवैध खेती पर कार्रवाई जारी रहेगी। वॉकथॉन की शुरुआत कलिंगॉ स्टेडियम से हुई और इसका समापन जनता मैदान में हुआ।
हरिचंदन ने युवाओं को स्वस्थ और उत्पादक जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने के महत्व पर जोर दिया।