पश्चिम बंगाल कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन से लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। कोलकाता और आस-पास ओमीक्रान से संक्रमित लोगों का कोलकाता के बेलियाघाटा आईडी और एमआर बांगुर अस्पताल में इलाज किया जाएगा। हालांकि, अभी तक राज्य में ओमीक्रॉन का कोई निशान नहीं मिला है। ओमीक्रॉन के खतरे के बीच पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण में कमी जारी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन में बताया गया है कि 24 घंटे के दौरान 621 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। 24 घंटे के दौरान 40 हजार 362 लोगों के सैंपल जांचे गए हैं। राज्य सरकार ने एक बयान में कहा है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट को नियंत्रित करने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी, ट्रांसपोर्ट, हेल्थ और विभिन्न विभागों के समन्वय से स्वास्थ्य मंत्रालय के नियमों के मुताबिक काम करना जरूरी है। राज्य के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने निर्देश जारी कर कहा है कि विदेश से एयरपोर्ट आने वालों को स्वास्थ्य मंत्रालय के नियमों के मुताबिक आरटी पीसीआर टेस्ट कराना होगा।
यदि परीक्षण रिपोर्ट सकारात्मक है, तो व्यक्ति को बेलियाघाटा आईडी अस्पताल ले जाया जाएगा। वहां, व्यक्ति की लार के नमूने एकत्र किए जाएंगे और कल्याणी के जीनोम अनुक्रम प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे। यदि जीनोम परीक्षण रिपोर्ट से एक ओमिक्रान पाया जाता है, तो उसका इलाज बेलियाघाटा आईडी या एमआर बांगुर अस्पताल में एक अलग आइसोलेशन वार्ड में किया जाएगा।